Wednesday, March 6, 2013

Nagpur Get Best City Awards of India in 4 categories

Nagpur, the best city to live in India, incidentally also beats to the rhythm of India’s heart because of its geographical location. Nagpur is popular for its oranges and has been declared as the “Tiger Capital of India.” As per the ABP News Best City Awards Research, Nagpur is also the greenest city with best health care services and public transport.

Mostly people believe: bigger the better. However, this may not always be true. The answers are not always what you expect but there will be no more disputes on this topic as the ABP News-Ipsos Best City Survey and Awards scientifically evaluate and identify the Best Cities to Live in India.

Nagpur is India’s most Liveable City with the Best Public Transport, the Best Green City and the Best City for Health Care Services.

Sunday, November 11, 2012

Indian Badminton League in India from next year

Delhi, Nagpur, Pune, Mumbai, Lucknow, Chennai, Hyderabad and Bangalore – Eight cities have been shortlisted six of them would be up for open sales in the first year. The base price of each team is Rs.3.5 corer.

India’s top five players, including London Games bronze medallst Saina Nehwal, will be the icon players in the $1 million Indian Badminton League (IBL), a six city-based league that was launched today in Mumbai.

Besides Saina, the other players are Parupalli Kashyap, the London Games men’s singles quarterfinalist’ world championship bronze medal winning women’s pair of Jwala Gutta and Ashwini Ponnappa and youngster P.V. Players will be bought by the teams in an auction.

The cash rich league will be held next year from June 24 to July 11.Each team can have up to four foreign players. But only two are available to play in the best-of-five ties on the lines of the Sudirman Cup world team championships.

“BAI seeks to make badminton the No.1 sport in the country and we hope the path-breaking IBL will trigger the change. Indian badminton is capable of reaching dizzy heights and we seek the support of the sponsors, media and fans to make the IBL a grand success. The revenue generated from the IBL will be pooled back into developing better facilities for badminton players and fans at the venues,” said Akhilesh Das Gupta, president of BAI.

Malaysia has already confirmed participation of the players.

“Malaysia has already confirmed to send all its players (including Olympic silver medal winner Lee Chong Wei). The BAI has already approached the Chinese authorities,” said Sporty Solutionz CEO Ashish Chadha at the media conference.

Saina said it is a historic moment for the sport in the country. ”It’s a historic moment for Indian badminton. The game has become bigger and that’s why this is happening. Like the IPL in cricket, there is a lot of interest and I hope it is really successful ”There are so many tournaments the calendar. It (playing in IBL) should not be a problem. I am confident IBL will make the game even more popular among the masses,” said Saina.

National coach P Gopichand also welcomed the tournament.”It’s a great boost for Indian badminton. It will be great for the sport. I expect some big names, including from China, to take part as there is good money on offer. ”It will provide a great opportunity for our players to play along with the best players of the world and learn from them. The IBL will be a great catalyst in motivating our youngsters and aspiring talent,” said Gopichand, who is also in the ten-member governing council of the League.

Apart from the icon players, Indian players in the top 20 would have a base price of $20,000 and while internationals will have a base price of $10,000.

The base price of Indian national players and junior players’ have been fixed at $5,000 and 3,000.
Foreign players ranked in the top-10 will have a base price of $25,000 while those from 11-25 would have $15,000 as the base price.

Wednesday, November 7, 2012

सही जानकारी दूर करेगी केवाईसी फार्म की परेशानी ( Right Information wil solve the problem of KYC form )

कैसें भरे केवाईसी फार्म
केवाईसी फार्म भरने के लिए कुछ एजेंसी संचालकों ने पहचानपत्र, निवासी प्रमाणपत्र, राशनकार्ड लाने की सख्ती की है. राशनकार्ड नहीं होने पर न्यायालयीन शपथपत्र मांगा जा रहा है. नियमानुसार एक प्रमाणपत्र आवश्यक है. जिन उपभोक्ताओं के पास राशनकार्ड नहीं हैं, उन्हें कोरे कागज पर 'मेरे पास राशनकार्ड नहीं है' लिख कर देना अथवा फार्म पर निशान लगाना है. केवाईसी में बैंक का खाता क्रमांक देने की आवश्यकता नहीं है. जिनके नाम पर गैस कनेक्शन और एस.वी. (सबस्क्राइबर वाउचर) है, केवल उन्हीं को यह फार्म भरना है. एजेंसी संचालकों द्वारा केवाईसी फार्म के संबंध में बढ.ाई गईं पेचीदगियों को देखते हुए ग्राहक पंचायत के साथ बैठक में कई बातें साफ हुई हैं. इसके अनुसार केवाईसी फार्म भरने की अंतिम तारीख 31 मार्च2013 है. फार्म नि:शुल्क है. उपभोक्ता को संबंधित एजेंसी में जाने की आवश्यकता नहीं है. सिलेंडर पहुंचाने वाले कर्मचारी के हाथों केवाईसी फार्म भिजवाए जाएंगे. उपभोक्ता फार्म भर कर उसके साथ पहचानपत्र और निवासी प्रमाणपत्र की जेरॉक्स जोडे.ं. उक्त कर्मचारी वह फार्म उसी दिन या अगले दिन अपने साथ लेकर जाएगा.   

'केयर ऑफ' का कनेक्शन
अनेक गैस उपभोक्ताओं के पास 'केयर ऑफ'वाले कनेक्शन हैं. इसका मतलब यह है कि वे जिस सिलेंडर का इस्तेमाल कर रहे हैं उसका निवासी पता जरूर उनका है, लेकिन कनेक्शन किसी और के नाम पर है. जिस वक्त नए गैस कनेक्शन आसानी से नहीं मिलते थे, उस समय 'केयर ऑफ' के कनेक्शन एजेंसी संचालकों द्वारा मनमाने दाम पर बेचे गए थे. यानी इसकी जिम्मेदारी गैस एजेंसी संचालकों के साथ संबंधित कंपनी की भी है. ऐसी स्थिति में जिन उपभोक्ताओं के पास 'केयर ऑफ' के गैस कनेक्शन हैं, उन्हें सिलेंडर उपलब्ध कराने का पूरा दायित्व एजेंसी संचालकों का होने की बात ग्राहक पंचायत के पदाधिकारियों ने कही है. कंपनी अधिकारियों के अनुसार 'केयर ऑफ' के उपभोक्ताओं को सिलेंडर नहीं दिए जाएंगे. लेकिन, ग्राहक पंचायत ने इस समस्या का समाधान खोज निकाला है. जिनके पास 'केयर ऑफ' का गैस कनेक्शन है (संबंधित उपभोक्ता के पास एस.वी. यानी मूल दस्तावेज होना आवश्यक), वे इसे लौटा कर अपने नाम पर नया कनेक्शन बनवा लें. 'केयर ऑफ' सिलेंडर और रेगुलेटर की एस.वी. में दर्ज डिपॉजिट राशि कनेक्शन लौटाने पर जिनके पास यह कनेक्शन है, उन्हें दी जाएगी. उपभोक्ता वर्तमान डिपॉजिट और एस.वी. डिपॉजिट के बीच आने वाले अंतर के अनुसार राशि का भुगतान कर नया कनेक्शन हासिल करें. गैस कंपनियों ने इसे स्वीकार किया है. इसके चलते नया कनेक्शन लेने तक किसी को सिलेंडर से वंचित नहीं रखा जाएगा.

नि:शुल्क ट्रान्सफर
जिनके बीच खून का रिश्ता है, यानी माता अथवा पिता के नाम वाला कनेक्शन पुत्र अथवा पुत्री के नाम ट्रान्सफर करने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लगता. एस.वी. में दर्ज केवल नाम बदलेंगे ऐसी व्यवस्था ग्राहक पंचायत ने की है. इससे पहले इस तरह के ट्रान्सफर के लिएभी शुल्क लिया जाता था. पति-पत्नी अथवा माता-पिता इनमें से किसी की मृत्यु होने पर गैस कनेक्शन उनके वारिस यानी पति का कनेक्शन पत्नी के नाम, पत्नी का कनेक्शन पति के नाम अथवा माता या पिता का गैस कनेक्शन पुत्र या पुत्री के नाम नि:शुल्क ट्रान्सफर किया जाता है.

'एक रसोईघर, एक कनेक्शन'
अभी तक 'एक घर, एक कनेक्शन' के प्रचार-प्रसार से उपभोक्ताओं में संभ्रम की स्थिति बनी हुई थी. एक पते पर एक से अधिक कनेक्शन होने पर उन्हें रद्द करने की सूचना जारी की गई थी. उपभोक्ताओं की इस समस्या का ग्राहक पंचायत ने तीनों गैस कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर निवारणकिया. नियमानुसार 'एक रसोईघर, एक कनेक्शन' होना चाहिए. जैसे एक घर में यदि चार भाई रहते हैं, सभी के पास अलग-अलग गैस कनेक्शन हैं और रसोईघर भी अलग हैं तो उनके कनेक्शन वैध माने जाएंगे. उन्हें सब्सिडी वाले निर्धारित सिलेंडर देने की जिम्मेदारी एजेंसी संचालकों की है. इसका अर्थ यह है कि एक निवासी पते पर अलग-अलग नामों पर एक से अधिक कनेक्शन रह सकते हैं. इस बात की पुष्टि स्वयं कंपनी के अधिकारियों ने ग्राहकक केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल की कीमतों में की गई वृद्धि तथा सिलेंडर आपूर्ति के नियमों में किए गए बदलाव के कारण आम जनता में तीव्र रोष है. नए नियमों का हवाला देकर गैस एजेंसी संचालक नाहक उपभोक्ताओं को परेशान कर रहे हैं. केवाईसी फार्म भरना अनिवार्य कर देने से एजेंसियों के सामने उपभोक्ताओं की कतारें लगी रहीं. एजेंसी संचालकों की मनमानी के चलते नि:शुल्क मिलने वाला केवाईसी फार्म उपभोक्ताओं को 10 से 15 रुपए में खरीदने को विवश होना पड.ा. सही जानकारी होने पर उपभोक्ता विभिन्न परेशानियों से बच सकते हैं. 

Lokmat News

Tuesday, November 6, 2012

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Wednesday, October 24, 2012

Increased Step toward Deekshabhoomi for 56th Dhammachakra Pravartan Din

56th Dhammachakra Pravartan Din celebrated in the Nagpur city on Wednesday this days Deekshabhoomi like colorful Deekshabhoomi  lost of  followers coming here continuously...


Thanx Lokmat Times